देश में कितने सफल होंगे इलेक्ट्रिक व्हीकल, पढिए खास खबर
वैसे तो महंगाई के इस जमाने में पेट्रोल-डीज़ल के दाम दिन-ब-दिन बढते ही जा रहे हैं। ऐसे में तो इलेक्ट्रिक वाहन हमारी समस्या दूर करने वाली ही लगती हैं। इन कारों को स्मार्टफोन से जोड़कर इन्हें एडवांस कार बनाने की कोशिश की गई है। टचस्क्रीन इंफोटेन्मेंट सिस्टम, डिजीटल स्पीडोमीटर जैसे कुछ स्पेशल फीचर्स यहां देखने को मिलेंगे। इन कारों में लगी बैटरी को चार्ज करना पड़ता है और चार्ज होने में 4 से 8 घंटों का समय लगता है। e2o को चार्ज होने में 5 घंटे और E-Verito को चार्ज होने में करीबन 8 घंटे लगते हैं। माइलेज की बात करें तो फुल चार्ज होने पर जहां e2o 120 किमी, वहीं E-Verito 100 किमी का सफर तय करती है। अब सबसे खास बहस इसी बात से शुरू हो जाती है कि यह कार अधिक दूरी के सफर के लायक है या नहीं। क्योंकि अगर एक शहर से दूसरे शहर जाना हो, तो भी एक बार चार्ज होने से बात नहीं बनेगी और रास्ते में रूक कर बार-बार चार्ज करना भी मुमकिन नहीं। हां, डेली यूज में यह कार काफी फायदेमंद है और साथ ही किफायती भी।