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आॅटो इंडस्ट्री के लिए कैसा रहा 2016, डालिए एक नज़र ...

आॅटो इंडस्ट्री के लिए कैसा रहा 2016, डालिए एक नज़र ...

फाइनेंस कराने वालों को ज्यादा मुश्किल
आॅटो इंडस्ट्री के वें ग्राहक जो अपनी कार या बाइक फाइनेंस करा रहे हैं, उनकी मुश्किलें आसान नहीं हैं। स्टांप, रजिस्ट्रेशन और अन्य छोटे-मोटे खर्चों के लिए छुट्टे पैसे नहीं मिल पा रहे हैं। वैसे तो नोटबैन को लागू हुए महीना होने को आया लेकिन अभी भी 24 हजार रूपए एक सप्ताह में निकाल पाने की पाबंदी ने अभी भी काफी कुछ डिस्टर्ब कर रखा है। एटीएम से 2 हजार रूपए के निकल रहे नोट परेशानी को और बढ़ा रहे हैं।

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