बेहतर सवारी साबित हो रहा है स्कूटर रिक्शा
कैसे करता है काम इस तरह के लोडिंग व्हीकल में स्कूटर का फ्रंट फेस लगाया जा सकता है जो हैडलैंप के साथ होता है। ऐसे में यह स्कूटर रिक्शा रात में भी आराम से राइड हो सकता है। पीछे की तरह दोनों पहियों के बीच में स्कूटर के पिछले टायर के साथ स्कूटर की मोटर या इंजन फिट किया जाता है जिसकी पावर सप्लाई बीच वाले टायर पर होती है। यहीं से पावर सप्लाई आगे और पीछे के दोनों टायर्स पर भी होती है। इस तरह से यह 4 व्हीलर वाहन बन जाता है। पीछे का टायर्स का साइज और आकार-प्रकार भी थोड़ा अलग होता है। जैसे ही स्कूटर का गियर लगाया जाता है, पीछे के टायर्स आगे वाले टायर पर पावर डिलीवरी देते हैं और रिक्शा आगे बढ़ता है। 150cc की मोटर बड़ी आसानी से अपना काम करती है।