Auto Expo-2018 से दूर हो सकती हैं कई कंपनियां
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही जनरल मोटर्स ने साल के अंत में अपना कारोबार भारत से उठाने का फैसला कर लिया है। ऐसे में शेवरले ब्रांड के आॅटो एक्सपो में उपस्थित रहने का कोई मतलब नहीं रह जाता। अब सवाल यह है कि ऐसा क्या हो गया कि कंपनियां आॅटो एक्सपो-2018 से दूरी बना रही है। सीधी बात है कि कुछ कंपनियां अपनी लाख कोशिशों के बाद भी भारतीय कार बाजार में अपनी पैर नहीं फैला पा रही हैं। फोर्ड, स्कोडा, निसान आदि कुछ ऐसी ही कंपनियां हैं। फाॅक्सवेगन की केवल एक कार पोलो जीटीआई ही देश में पाॅपुलर है। वेंटो, एमियो को कुछ खास सफलता नहीं मिल पाई है। स्कोडा, निसान लंबे समय से देश में हैं लेकिन सफलता का रेशो एक प्रतिशत भी नहीं है। वहीं आॅडी की पहुंच केवल एक वर्ग तक ही सीमित है। ऐसे में इन कंपनियों के लिए आॅटो एक्सपो एक खर्चीला सौदा साबित हो रहा है।