क्या मेट्रो सिटीज में बैन हो जाएंगी सुपरबाइक्स ...
वैसे यह बताने की जरूरत नहीं है कि युवाओं पर सुपरबाइक व क्रूज़र बाइक का जुनून सवार है। जिस बाइक पर युवक सवार था वह भी एक सुपरबाइक थी जिसका नाम है बनेली टीएनटी600, जिसकी कीमत करीब 8 लाख रूपए है। बाइक के फिसलने से युवक की मौत् हुई और उस समय बाइक की रफ्तार 150 किमी प्रति घंटा बताई जा रही है। दिल्ली की सड़क जिसपर लाखों वाहन हर रोज दौड़ते हैं। यहां ट्रेफिक का हाल साइकिल चलाने से भी बुरा है, ऐसी बिजी रोड पर 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार मायने की बात है।
एक तरीके से देखा जाए तो मेट्रो व पॉपुलेशन वाली सिटी में इन सुपरबाइक को बैन कर ही देना चाहिए। लेकिन इसका दूसरा पहलू यह भी है कि सुपरबाइक की कीमतों को देखते हुए इन सिटीज़ में ही इनकी बिक्री होती है। हार्ले, बनेली, डुकाटी, केटीएम जैसी सुपरबाइक की डिमांड बड़े शहरों में ही हैं तो क्या इन एक्सपेंसिव बाइक्स का मार्केट खत्म कर दिया जाना चाहिए।