भारत में टेस्टिंग के लिए Volkswagen Polo 1.0 Litre TSi इम्पोर्ट
फॉक्सवैगन (Volkswagen) के साथ चाहे दुनिया में कुछ भी हो रहा हो, लेकिन उसे आगे बढने से रोकने वाला कोई नहीं है। फॉक्सवैगन (Volkswagen) का प्रोडक्ट्स (Products) लॉन्च करना कंटीन्यू है। यह लेटेस्ट न्यूज फॉक्सवैगन (Volkswagen) की कारों (Cars) को पसंद करने वालों के लिए है।
फॉक्सवैगन (Volkswagen) ने ब्ल्यूमोशन टेक्नोलोजी वाली 1.0 लीटर टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल मोटर aka TSi इम्पोर्ट (Import) की है। बताया जा रहा है कि टेस्टिंग पर्पज के लिए यह कदम उठाया गया है। 999 cc का इंजन 60 PS व 75 PS की लोवर ट्यून के साथ 95 PS व 110 PS जनरेट करता है।
फॉक्सवैगन (Volkswagen) इस इंजन को 95 PS ट्यून में लाने के साथ मैनुअल गियरबॉक्स ऑफर कर सकती है। 1.2 TSi एक स्टैंडर्ड डीएसजी गियरबॉक्स के साथ आता है, जो 105 PS प्रोड्यूस करता है। यह बात फॉक्सवैगन (Volkswagen) के लिए भारत में टाइट्स टर्न कर सकती है और इससे फाइनली पोलो (Polo) की अच्छी सेल हो सकती है क्योंकि हैचबैक (Hatchback) ऑनर्स प्राइस की परवाह किए बगैर पेट्रोल इंजन पसंद करते हैं।
मैनुअल गियरबॉक्स व परफोरमेंस के साथ गुड ड्राइवएबिलिटी एनथुजिआस्ट को मार्केट की ओर अट्रेक्ट कर सकते हैं। 20 Km/lt. के करीब माइलेज यह श्योर करता है कि कार (Car) प्रेक्टिकल व एफिशिएंट रहेगी। प्राइस गुड एनफ हो सकते हैं और अन्य ऑप्शंस को कंपीटिशन देने की संभावना है।
नेक्स्ट फेसलिफ्टेड आई20 (Next Facelifted i20) एक 1.0 1 टर्बो इंजन के साथ भी आएगी। बेलेनो (Baleno) की भी इस बारे में सेम स्टोरी है। हाउएवर हमारा सोचना है कि पोलो (Polo) को कुछ हार्ड टाइम के लिए कंपीटिशन देने को ऑल न्यू होने की जरूरत है। हम यह भी सोचते हैं कि यह अपकमिंग कॉम्पैक्ट सीडान (Compact Sedan) के रूप में डिसगाइज कर सकती है।