इस मामले में Maruti Suzuki से आगे निकली Tata Motors
नई दिल्ली। इस
वर्ष डोमेस्टिक मार्केट में ग्रोथ बढने के चलते मारूति सुजुकी (Maruti
Suzuki) ने टाटा मोटर्स (Tata Motors) के मुकाबले अधिक रिटर्न दिया है।
हालांकि, ग्लोबल बिजनस एक्सपोजर (Global Business Exposure) और वैल्यूएशन
के लिहाज से टाटा मोटर्स (Tata Motors) बेहतर दांव है। मारूति (Maruti) के
शेयर अभी एक साल की फॉरवर्ड अर्निंग (Forward earnings) के लिहाज से 25.5
के PE पर ट्रेड कर रहे हैं। यह इसके पांच साल के 15.5 के ऎवरेज से ज्यादा
है।
वहीं, टाटा मोटर्स (Tata Motors) के शेयर 6.6 के PE पर मिल रहे हैं। यह
इसके 5 साल के एवरेज 8.5 से कम है।
इस बारे में इंडियानिवेश के रिसर्च हेड दलजीत सिंह कोहली ने कहा, हम
पोटेंशल ग्रोथ और अट्रैक्टिव वैल्यूएशंस के चलते इन्वेस्टर्स को टाटा
मोटर्स (Tata Motors) में पैसा लगाने की सलाह देंगे। उन्हें मारूति सुजुकी
(Maruti Suzuki) से दूर रहना चाहिए क्योंकि यह बहुत महंगा है। मारूति
(Maruti) प्रीमियम कार सेगमेंट पर ध्यान दे रही है, लेकिन इसमें सफलता
हासिल करना आसान नहीं है।"
ऎनालिस्टों का कहना है कि आगे चलकर टाटा मोटर्स
(Tata Motors) से ज्यादा पैसा बनाया जा सकता है। इसके पास JLR जैसे ग्लोबल
ब्रैंड हैं और इसके शेयर 52 हफ्ते के लो पर मिल रहे हैं।
वहीं, मारूति (Maruti) के शेयर लाइफ टाइम हाई लेवल पर ट्रेड कर रहे हैं।
ब्रोकरेज हाउसों की रिपोर्ट्स के औसत पर नजर डालें तो टाटा मोटर्स (Tata
Morots) के लिए उन्होंने साल भर में 578 रूपये का टारगेट दिया है। कंपनी के
शेयर मंगलवार को 370 रूपये पर बंद हुए। इसका मतलब यह है कि मौजूदा लेवल्स
से टाटा मोटर्स (Tata Motors) 56 प्रतिशत का रिटर्न दे सकता है।
वहीं,
मारूति (Maruti) के लिए टारगेट प्राइस 4,428 रूपये है। मंगलवार को इसके
शेयर 4,195 रूपये पर रहे यानी मौजूदा लेवल्स से इसमें 5 प्रतिशत प्रॉफिट का
ही मौका है।
फिलिप कैपिटल के रिसर्च ऎनालिस्ट धवल दोशी ने बताया, हमारा मानना है कि
मौजूदा प्राइस पर टाटा मोटर्स (Tata Motors) में रिस्क रिवॉर्ड बेहतर है।
हमने स्टॉक को 501 रूपये के टारगेट के साथ बाय रेटिंग दी है।
टाटा मोटर्स
(Tata Motors) की सेल्स में JLR का कॉन्ट्रिब्यूशन 85 Per Cent और
Operating Profit में 95 Per Cent है। हालांकि, जून तिमाही में कंपनी की
सेल्स 1 Per Cent गिरकर 1,14,500 यूनिट्स रही। चीन में मांग कम होने के
चलते JLR की सेल्स पर दबाव दिख रहा है।