Maruti Gypsy को बाहर करने की जल्दी में नहीं है Indian Army
नई दिल्ली।
भारतीय सेना ने भले ही SUV के अपने 3,200 व्हीकल्स के पुराने बेडे को
बदलने के लिए महिंद्रा स्कॉर्पियो (Mahindra Scorpio) और टाटा सफारी (Tata
Safari) को शॉर्टलिस्ट किया है, लेकिन वह अपनी पुरानी पसंदीदा मारूति
सुजुकी जिप्सी (Maruti Suzuki Gypsy) को बाहर करने की जल्दबाजी में नहीं
है।
देश की सबसे बडी कारमेकर मारूति (Maruti) को सेना से 2,071 जिप्सी (Gypsy)
सप्लाई करने का कॉन्ट्रैक्ट मिला है।
इस डिवेलपमेंट की जानकारी रखने वाले
एक व्यक्ति ने बताया कि GS-500 कैटेगरी के तहत यह ऑर्डर कुछ सप्ताह पहले
दिया गया था और डिलीवरी अगले कुछ महीनों में शुरू हो जाएगी। जिप्सी (Gypsy)
की कीमत लगभग छह लाख रूपये की है। इसके ऑर्डर से मारूति सुजुकी (Maruti
Suzuki) को करीब 125 करोड रूपए मिलेंगे।
मारूति सुजुकी (Maruti Suzuki) के प्रवक्ता ने इस डिवेलपमेंट को सही बताया,
लेकिन डील के बारे में ज्यादा जानकारी देने से मना कर दिया।
जिप्सी (Gypsy) को 1985 में लॉन्च किया गया था और इसे शुरूआती सालों में
अच्छी सफलता मिली थी। बाद में डीजल से चलने वाली SUV के आने के बाद यह केवल
भारतीय सेना की पसंदीदा रह गई थी। मारूति सुजुकी (Maruti Suzuki) को सेना
से जिप्सी (Gypsy) का पहला ऑर्डर 1991 में मिला था। इसके बाद से कंपनी सेना
को 35,000 से ज्यादा जिप्सी (Gypsy) की सप्लाई कर चुकी है। कंपनी को
जिप्सी (Gypsy) के लिए सबसे बडा ऑर्डर सेना से पिछले वर्ष 4,000 यूनिट्स से
ज्यादा का मिला था।
व्हीकल्स की GS-500 कैटेगरी में जिप्सी (Gypsy) की मोनोपॉली रही है। यह
कैटेगरी अधिकतम 500 किलोग्राम के पेलोड वाले व्हीकल्स की होती है।
जानकारीनुसार, "सरकार ने अब GS-800 (800 किलोग्राम तक का पेलोड) की एक नई
कैटेगरी शुरू की है, लेकिन GS-500 कैटेगरी को हटाने के बारे में सेना या
मिनिस्ट्री से अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। इस वजह से यह नहीं कह सकते कि
जिप्सी (Gypsy) का सफर समाप्त हो गया है।"
जिप्सी (Gypsy) का डिजाइन विशेषतौर पर सेना के लिए स्पेशल एक्सेसरीज के साथ
बनाया जा रहा है।
सेना शहर की स़डकों से लेकर पह़ाडों और रेगिस्तान तक में
इस ऑल-पर्पज व्हीकल का इस्तेमाल करती है। इसमें मिलिट्री इक्विपमेंट को ले
जाने के लिए बैक साइड पर हुक भी लगे होते हैं।
सेना अब हार्ड टॉप वाले ऎसे व्हीकल्स पर भी विचार कर रही है जो 800
किलोग्राम तक पेलोड की क्षमता रखने के साथ ही एयर-कंडीशन की सुविधा देते
हों।
टाटा सफारी (Tata Safari) और महिंद्रा स्कॉर्पियो (Mahindra Scorpio) ने
टेक्निकल ट्रायल पास कर लिए हैं और ये दोनों कंपनियां जल्द पेश किए जाने
वाले 3,200 व्हीकल्स के टेंडर में हिस्सा ले सकती हैं।