West और Southeast Asia में Truck Export बढाएगा Tata Motors
रेवेन्यू के मामले में भारत के सबसे बडे ऑटोमेकर टाटा मोटर्स लि. (Tata Motors Ltd.) ने कहा है
कि वह एशियाई देशों में अपने ट्रक (Truck) और बसों (Buses) के निर्यात को तिगुना करेगा,
जिससे भारत में बिक्री में आई कमी की भरपाई हो सके। सरकार द्वारा कई
इकोनोमिक रिफोर्म करने के बावजूद भारत में इंडस्ट्रियल ग्रोथ कमजोर है।
इससे बडे ट्रक (Truck) की डिमांड में कमी आ रही है, जिससे टाटा मोटर्स (Tata Motors) जैसी
कंपनियों को लाभ के लिए विदेशी बाजार का रूख करने को मजबूर होना पड रहा है।
टाटा कमर्शियल वीकल बिजनेस के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर रवि पिशारोडी ने कहा
कि हम पर एक्सपोर्ट का भारी दबाव है।
हमने अगले तीन-चार साल में एक लाख 50 हजार वीकल एक्सपोर्ट करने का लक्ष्य
बनाया है। 31 मार्च को खत्म हुए इस वित्तिय वर्ष में यह संख्या सिर्फ 45
हजार थी। कंपनी फिलहाल मुख्य तौर पर पडोसी देशों श्रीलंका, बांग्लादेश व
नेपाल में वीकल एक्सपोर्ट करती है। अब वह अपने वीकल मिडिल ईस्ट (Middle East) व साउथईस्ट
एशिया (Southeast Asia) भेजना चाहती है।
रवि ने कहा कि कई बाजारों में कोई स्थानीय कमर्शियल वीकल कंपनी नहीं है। हम
हमारे उत्पादों के मामले में यूरोप से कंपीट कर रहे हैं। हमारे प्रोडक्ट्स
की एपीयरेंस व स्पेसिफिकेशंस कंपेयरेबल हैं और हम 10 फीसदी प्राइस
एडवांटेज रखते हैं।
टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने अप्रैल से जून की तिमाही में ट्रक (Truck) व बस (Bus) के एक्सपोर्ट में
पिछले साल की तुलना में 39 फीसदी बढोतरी दर्ज की है, जो करीब 13 हजार वाहन
है।
हालांकि इसी अवधि में घरेलू बिक्री में एक फीसदी की कमी आई है, जो करीब
66 हजार वाहन हैं। भारत में बडे ट्रक (Truck) की बिक्री में बढोतरी बडे रूप में
देश की इकोनोमी से जुडी हुई है, जो माइनिंग और कंस्ट्रक्शन जैसी
इंडस्ट्रियल एक्टीविटीज से जुडी हुई है।