बजट में छोटी-बडी सभी Cars महंगी
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सोमवार को लोकसभा में वर्ष 2016-17 के लिए आम बजट पेश किया। जेटली ने स्लू ऑफ न्यू ड्यूटीज इंपोज कर दी है, जिससे स्माल एंड बिग कार्स, स्पोर्ट्स यूटिलिटी वीकल (एसयूवी) और लक्जरी वीकल्स के प्राइस इनक्रीज हो गए हैं। जेटली ने यूनियन बजट में 10 लाख रुपए से ज्यादा कीमत की कारों पर एक नई ड्यूटी इंपोज की है।
साथ ही स्मालर व रिलेटिवली क्लीनर सीएजी एंड एलपीजी फ्यूल पर रन करने वाली कार्स के लिए एडिशनल ड्यूटी/सेस अट्रेक्ट किया गया है। एसयूवी व लक्जरी कार्स भी डियरर हो जाएंगी। बजट में एसयूवी/पैसेंजर वीकल सेगमेंट की कारों पर टैक्स (सेस) 4 प्रतिशत बढा दिया गया है।
10 लाख या उससे अधिक की कीमत की गाडी पर एक प्रतिशत का अतिरिक्त सरचार्ज लगा दिया गया है। इसके साथ ही छोटी, पेट्रोल, सीएनजी व एलपीजी कारों पर टैक्स एक प्रतिशत और डीजल कार पर 2.5 प्रतिशत टैक्स बढाया गया है। जेटली ने कहा कि थ्री व्हील्ड वीकल्स, इलेक्ट्रिकली ऑपरेटेड वीकल्स, हाईब्रिड वीकल्स, हाईड्रोडन वीकल्स बेस्ड ऑन फ्यूल सैल टेक्नोलोजी को सेस से छूट मिलेगी।
साथ ही वे वीकल जो क्लियरेंस के बाद सोलली टैक्सी के रूप में यूज करने के लिए रजिस्टर्ड हैं, फिजीकली हैंडिकैप्ड पर्संस के लिए कार्स और सिर्फ एंबुलेंस के रूप में काम लिए जाने वाले वीकल्स पर भी सेस लागू नहीं होगा। व्हाइल कंपनीज ने प्राइस लाइंस पर इफेक्ट के बारे में अभी कोई इंडिकेट नहीं किया है, लेकिन यह अंडरस्टुड है कि प्राइस इमिडिएटली हाइक हो सकते हैं।
टॉप कंपनी के एक ऑफिशियल ने बताया कि बजट प्रपोजल्स इमिडिएटली इम्प्लीमेंटेड होंगे और प्राइज कल से अप हो सकते हैं। मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स, होंडा, मर्सिडीज बेंज, महिंद्रा एंड महिंद्रा व फोर्ड सहित ऑल कंपनीज पर इस मूव का इम्पैक्ट होगा।
लास्ट ईयर से ऑटोमोबाइल की सेल्स ऑलरेडी लॉ है और जेटली का यह मूव ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को सर्टेनली हार्ड वे में हिट करेगा। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के अकॉर्डिंग ऑटो इंडस्ट्री ने वर्ष 2015 में 2014 की तुलना में 0.7 पर्सेंट के ड्रॉप के साथ अराउंड 168000कार्स सोल्ड की थी।