Maruti Suzuki ने 35 साल से भी कम समय में छुआ यह खास आंकड़ा
वर्ष 1983 में इंसेप्शन वाली देश के लार्जेस्ट कार मैन्युफैक्चरर मारुति सुजुकी ने दो करोड़ से भी ज्यादा कार का प्रॉडक्शन माइलस्टोन पार कर लिया है। कंपनी ने यह इम्प्रेसिव फीट को अकमप्लिश करने में 34 साल और 5 महीने लिए। करेंटली मारुति सुजुकी मार्केट शेयर का 50 पर्सेंट से भी ज्यादा होल्ड करता है। ब्राइट रेड स्विफ्ट हैचबैक 20 मिलियंथ कार बनी, जिसे गुजरात के सानंद फेसिलिटी सेंटर पर प्रॉड्यूस किया गया था।
कारों की इम्प्रेसिव सेल्स नंबर्स में ऑल्टो 3.17 मिलियन, मारुति 800 कार 2.91 मिलियन, वेगन आर 2.13 मिलियन और ओमनी 1.94 मिलियन के साथ मेजर कंट्रीब्यूटर्स हैं। न्यूअर जनरेशन मॉडल्स में से स्विफ्ट, डिजायर, बलेनो व वितारा ब्रेजा जैसी कारें ओवरऑल सेल्स में कंसिडरेबल कंट्रीब्यूटर्स हैं। मारुति सुजुकी ने एक मिलियन (10 लाख) कार का आंकड़ा 1994 में छुआ था।
इसके बाद उसने एंड ऑफ द नेक्स्ट डिकेड 4 मिलियन और कारें सेल कर दी थीं। वर्ष 2011 तक कंपनी 10 मिलियन के माइलस्टोन तक पहुंच गई थी। इंदिरा गांधी गवर्नमेंट ने वर्ष 1981 में मारुति मोटर्स के असेट्स को नेशनलाइज्ड करने केसाथ इसे सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के साथ जॉइंट वेंचर के लिए अलॉउ कर दिया था। इसके बाद से ही मारुति सुजुकी ने भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के डवलपमेंट में क्रुशल रोल प्ले किया है।