ईरान-इज़राइल संघर्ष के कारण ऑटो सेक्टर पर कोई असर नहीं
नई दिल्ली। ईरान-इजराइल संघर्ष के कारण ऑटो सेक्टर पर कोई असर नहीं हुआ है। पिछली तिमाही में दो और तिपहिया वाहनों का भी प्रदर्शन बेहतर रहा है। उद्योग विशेषज्ञों ने मीडिया रिपोर्ट्स में बताया कि ईरान-इजरायल संघर्ष के कारण विदेशी बाजारों में ऑटोमोबाइल उत्पादों के शिपमेंट पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ा है, क्योंकि लाल सागर संकट के बाद से कंपनियों ने अन्य रास्ते अपना लिए हैं।
बताया गया है क लालसागर संकट के दौरान इन क्षेत्रों में कुछ प्रभाव होने लगा था, लेकिन इस पर काम किया गया। अब कंपनियों ने नया लंबा रास्ता खोज लिया है। लीड टाइम बढ़ गया है। पहले यह केवल आठ सप्ताह हुआ करता था, लेककिन अब यह लगभग 10 सप्ताह हो गया है। मार्ग लंबा होने से लागत भी बढ़ गई है। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (सियाम) ने मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि कोई चिंता की बात नहीं है क्योंकि ऐसा नहीं है कि माल की बिक्री करने में हम सक्षम नहीं है।
इन रिपोर्ट्स में बताया कि निर्यात सुधार हो रहा है और पिछली तिमाही में दो व तिपहिया वाहनों का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
SIAM द्वारा साझा किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, सभी श्रेणियों में वाहनों का कुल निर्यात जनवरी-मार्च तिमाही में 22.5 प्रतिशत बढ़कर 11,68,015 इकाई हो गया है, जबकि वित्त वर्ष 22-23 की समान अवधि में यह 9,53,332 इकाई था।
उन्होंने कहा, "वैश्विक स्थिति अभी भी बहुत अनुकूल नहीं है, लेकिन हम अभी भी निर्यात में बेहतर वृद्धि देख रहे हैं...हमने पिछली तिमाही में दो/तिपहिया वाहनों का प्रदर्शन बेहतर देखा है।"
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