V

ऑटो सेक्टर की प्रमुख कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) ने गुरुवार को जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए अपने स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ में 13 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 3,841 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की। कंपनी ने जानकारी दी कि शुद्ध लाभ को लेकर यह वृद्धि एसयूवी की अधिक बिक्री और ट्रैक्टरों की मांग में सुधार की वजह से देखी गई।

इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते इस्तेमाल के साथ भारत का ईवी चार्जिंग बाजार तेजी से बढ़ने का अनुमान है। मंगलवार को आई एक नई रिपोर्ट के अनुसार, भारत का इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग बाजार 2030 तक 3.7 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।

फेस्टिव सीजन के दौरान इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले 85 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है। अक्टूबर में कुल 1,39,031 ईवी दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई है। पिछले वर्ष यह आंकड़ा 75,164 यूनिट्स का था। ईवी वाहनों की बढ़ती हुई बिक्री दिखाती है कि लोगों का रुझान अब धीरे-धीरे पेट्रोल वाहनों से शिफ्ट होकर इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ जा रहा है। कैलेंडर वर्ष 2024 के पहले 10 महीने ने कुल 9,54,164 इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई है। इसमें सालाना आधार पर 38 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पिछले साल समान अवधि में यह आंकड़ा 6,92,363 था। अक्टूबर 2024 में सर्विस और प्रोडक्ट क्वालिटी को लेकर मुश्किलों का सामना कर रही कंपनी ओला इलेक्ट्रिक द्वारा 41,605 यूनिट्स की बिक्री की गई है।

दीपावली के बाद नवंबर का महीना ऑटोमोबाइल प्रेमियों के लिए खास बनने जा रहा है। त्यौहारी सीजन के बाद, जब कई विशेष संस्करण कारों का आगाज़ हुआ, अब चार नई कारें लॉन्च होने जा रही हैं।

हुंडई मोटर्स ने अपनी आगामी स्पोर्ट्स यूटिलिटी कार ऑल-इलेक्ट्रिक आयोनिक 9 का एक फोटो टीजर जारी किया है। इस टीजर में यह कार बेहद ही खूबसूरत दिख रही है।

वोक्सवैगन वर्टस (Volkswagen Virtus) भारत में एक प्रीमियम सेडान है, जिसे 2022 में लॉन्च किया गया था। यह जर्मन ऑटोमोबाइल कंपनी वोक्सवैगन की ओर से भारतीय बाजार के लिए तैयार की गई एक प्रमुख पेशकश है। वर्टस अपनी स्टाइल, परफॉर्मेंस और बेहतरीन फीचर्स के साथ सेडान श्रेणी में एक आकर्षक विकल्प बन चुकी है। इस गाइड में हम वोक्सवैगन वर्टस की खास विशेषताओं और इसके डिज़ाइन, परफॉर्मेंस, सुरक्षा और तकनीकी पहलुओं का विस्तार से अध्ययन करेंगे।

भारत से निर्यात किए जाने वाले वाहनों की संख्या में वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में 14 प्रतिशत का उछाल देखा गया है। इसका दौरान 25 लाख से ज्यादा वाहनों का निर्यात दुनिया के अलग-अलग देशों में किया गया है। 

भारत के वाहन निर्यात क्षेत्र में वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में 14 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। इस अवधि में 25 लाख से अधिक वाहनों का निर्यात विभिन्न देशों में किया गया। आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से सितंबर 2024 के बीच 25,28,248 यूनिट्स का निर्यात हुआ, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 22,11,457 यूनिट्स था।

हुंडई मोटर और उससे जुड़ी कंपनी किआ कॉरपोरेशन की इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बिक्री अमेरिका में अक्टूबर 2024 के अंत तक 1,00,000 को पार कर सकती है। कंपनी की ओर से रविवार को जारी किए गए डेटा से यह जानकारी मिली।

एलन मस्क द्वारा संचालित टेस्ला ने शुक्रवार को अपनी पहली साइबरकैब को पेश किया। इसकी लागत 30,000 डॉलर से कम होगी और औसत परिचालन लागत लगभग 0.20 डॉलर प्रति मील होगी।

पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे भारतीय उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन नवल टाटा का बुधवार देर रात को ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे। उन्हें सोमवार को उम्र संबंधी बीमारियों के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था और आज दिन उनकी स्थिति "गंभीर" हो गई थी।

देश में वाहनों की खुदरा बिक्री सितंबर में कमजोर रहने के बावजूद मौजूदा वित्त वर्ष के पहले छह महीने में इसमें 6.55 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। मजबूत ग्रामीण मांग के कारण यह संभव हो सका है।

इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बैटरियों का रिसायकल एक भू-राजनीतिक और जलवायु संबंधी अनिवार्यता है। सरकार के अनुसार, इस क्षेत्र में भारतीय और यूरोपीय स्टार्टअप नवाचार और व्यावसायिक सहयोग को बढ़ावा दे रहे हैं।

ओला इलेक्ट्रिक के मार्केट शेयर में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है और सितंबर में यह गिरकर 27 प्रतिशत हो गया है। इसकी वजह दोपहिया ईवी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा का बढ़ना और कंपनी के ईवी स्कूटर में लगातार ग्राहकों को समस्या का सामना करना है।

केंद्रीय कैबिनेट की ओर से देश में इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन बढ़ाने के लिए हाल ही में मंजूर की गई पीएम इलेक्ट्रिक ड्राइव रिवोल्यूशन इन इनोवेटिव व्हीकल एन्हांसमेंट (पीएम ई-ड्राइव) योजना में स्थानीय स्तर पर ईवी उपकरणों की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए एक प्रोग्राम होगा।

केंद्र सरकार की अनुकूल नीतियों के कारण देश में तेजी से लग्जरी वाहनों की मैन्युफैक्चरिंग बढ़ रही है, जिसके कारण भारत के ऑटोसेक्टर में निवेश भी बढ़ रहा है।

जर्मनी की लग्जरी कार कंपनी मर्सिडीज-बेंज की ओर से हाल ही में लॉन्च की गई ईक्यूएस एसयूवी उत्पादन भारत में भी किया जाएगा। अमेरिका के बाद भारत दूसरा ऐसा देश है, जहां पर इस लग्जरी इलेक्ट्रिक एसयूवी की असेंबलिंग की जाएगी। इस लग्जरी ईवी की कीमत 1.41 करोड़ रुपये है।

इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स के मुताबिक भारत की घरेलू ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री वित्त वर्ष 24 में 20 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2047 तक 1.6 ट्रिलियन डॉलर ( 134 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच सकती है। ऑटो इंडस्ट्री के तेजी से बढ़ने की वजह इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के चलन में इजाफा बताया जा रहा है।

देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का चलन आने वाले समय में बढ़ेगा। इस कारण अगले दो वर्षों में ईवी की लागत पेट्रोल और डीजल वाहनों के बराबर आ जाएगी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की ओर से सोमवार को यह बयान दिया गया।

टोयोटा, दुनिया की सबसे विश्वसनीय और लोकप्रिय ऑटोमोबाइल कंपनियों में से एक है, जो अपनी गुणवत्ता, मजबूती और टिकाऊ कारों के लिए जानी जाती है।