नियमों के उल्लंघन पर 'ओला इलेक्ट्रिक' को पड़ी बाजार नियामक सेबी से फटकार
नई दिल्ली । इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी 'ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड' को भारत बाजार नियामक से फटकार मिली है। ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी विस्तार योजनाओं की घोषणा एक्सचेंजों पर करने की जगह पहले सोशल मीडिया पर कर दी। जिसके चलते सेबी की ओर से कंपनी को चेतावनी दी गई है।
ओला इलेक्ट्रिक को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ने सेबी (लिस्टिंग ऑब्लिगेशन्स एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स) रेगुलेशन, 2015 के विभिन्न खंडों का उल्लंघन करने के लिए ईमेल के जरिए 7 जनवरी को प्रशासनिक चेतावनी भेजी थी, जिसमें एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, "सभी निवेशकों के लिए प्रासंगिक जानकारी तक समान, समय पर, लागत-कुशल पहुंच" सुनिश्चित नहीं करने के लिए कहा गया था।
सेबी ने ओला इलेक्ट्रिक को भेजे चेतावनी पत्र में कहा, "स्टॉक एक्सचेंजों पर पहले सूचना प्रसारित करने में विफल रहने और इसके बजाय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसकी घोषणा करने से आप सभी निवेशकों को सूचना तक समान और समय पर पहुंच प्रदान करने में असफल रहे हैं।"
ओला इलेक्ट्रिक के फाउंडर भाविश अग्रवाल ने एक्स हैंडल पर 2 दिसंबर को 10 बजे से पहले एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने 20 दिसंबर तक कंपनी की बिक्री नेटवर्क को करीब चार गुना बढ़ाने की योजना साझा की थी। कंपनी ने बाद में 2 दिसंबर को दोपहर 1:30 बजे एक्सचेंजों को इसकी जानकारी दी।
सेबी ने अपने चेतावनी पत्र में साफ कहा, "उपर्युक्त उल्लंघनों को बहुत गंभीरता से लिया गया है। आपको भविष्य में सावधान रहने और ऐसे मामलों को दोहराने से बचने के लिए अपने अनुपालन मानकों में सुधार करने की चेतावनी और सलाह दी जाती है, ऐसा न करने पर उचित प्रवर्तन कार्रवाई शुरू की जा सकती है।"
बुधवार को सुबह करीब 10:13 बजे ईवी कंपनी के शेयर 4.78 प्रतिशत गिरकर 75.38 रुपये प्रति शेयर पर आ गए।
इसके अलावा, दिसंबर में ओला इलेक्ट्रिक की बाजार हिस्सेदारी मासिक आधार पर 5 प्रतिशत घटकर 19 प्रतिशत रह गई। नवंबर में यह 24 प्रतिशत थी, जिससे दोपहिया ईवी सेगमेंट में ओला इलेक्ट्रिक ने अपने टॉप वन की पोजिशन को खो दिया।
--आईएएनएस