रिकॉर्ड IPO के बाद हुंडई इंडिया के शेयर में गिरावट
मुंबई। हुंडई मोटर इंडिया के शेयर ने अपनी लिस्टिंग के दिन पर बाजार में मिश्रित प्रतिक्रिया का सामना किया। ट्रेडिंग के पहले 30 मिनट में, शेयर ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 1,844.65 रुपये के स्तर को छुआ, जो कि लिस्टिंग मूल्य से 4.9% की गिरावट दर्शाता है। हालांकि, बाद में शेयर ने कुछ सुधार दिखाते हुए 10:42 IST तक 1,902.70 रुपये पर कारोबार किया, जो कि 1.9% की कमी थी।
IPO की जानकारी
हुंडई का IPO 1,865 रुपये से 1,960 रुपये प्रति शेयर के मूल्य बैंड में आया था। कंपनी ने पिछले सप्ताह 225 एंकर निवेशकों से 8,315.28 करोड़ रुपये जुटाए। यह IPO देश का सबसे बड़ा आईपीओ बन गया है, जिसने दो साल पहले लाइफ इंश्योरेंस कॉर्प द्वारा जारी 21,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को पीछे छोड़ दिया। इसके साथ ही, यह मारुति सुजुकी के 2003 के बाद से भारत में किसी कार निर्माता का पहला IPO है।
बाजार की प्रतिक्रिया
विश्लेषकों का मानना है कि यह निराशाजनक शुरुआत बाजार की अपेक्षाओं के अनुसार है। स्वास्तिक इन्वेस्टमेंट लिमिटेड की वेल्थ हेड शिवानी न्याति ने कहा कि लिस्टिंग से पहले ₹67 (3.42%) के ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ने पहले ही लिस्टिंग लाभ के लिए सीमित उत्साह का संकेत दिया। इसके अलावा, हुंडई इंडिया के मजबूत फंडामेंटल और भारत में दूसरी सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माता होने के कारण इसकी दीर्घकालिक विकास संभावनाएं बरकरार हैं।
निवेशकों की रुचि
IPO के तीन दिवसीय सब्सक्रिप्शन में पहले दो दिनों में निवेशकों की रुचि कम रही, लेकिन अंतिम दिन क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) की मजबूत मांग ने इसे सफल बना दिया। इस इश्यू में ऑफर किए गए शेयरों की संख्या से **2.37 गुना** अधिक सब्सक्रिप्शन मिले।
हालांकि हुंडई इंडिया के शेयरों ने निराशाजनक लिस्टिंग दिखाई, कंपनी के फंडामेंटल और भारत में उसके स्थिति को देखते हुए दीर्घकालिक दृष्टिकोण सकारात्मक रहने की संभावना है। आगे चलकर, यदि कंपनी अपने योजनाओं को सही तरीके से लागू करती है, तो निवेशकों के लिए संभावनाएं खुल सकती हैं।